जो अर्ध–चन्द्रबाट सुशोभित हुनुहुन्छ ।
श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग उत्पत्ति पौराणिक कथा
कदा निलिंपनिर्झरी निकुंजकोटरे वसन् विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमंजलिं वहन्।
Ravana was a intense devotee of Shiva and there are many tales about them. He arrived to Kailash every one of the way from down south and began to sing Shiva’s praises. He experienced a drum which he utilized to established the beat and read more composed 1008 verses extempore, which is called the Shiva Tandava Stotram.
नवीनमेघमण्डलीनिरुद्धदुर्धरस्फुरत्-
और जो अपने सिर पर अर्ध-चंद्र का आभूषण पहने हैं।
अब ऊपर, शिखर पर केवल दो लोगों के लिये ही जगह है। तो पार्वती ने शिव को उनके हर्षोन्माद से बाहर लाने की कोशिश की। वे बोलीं, “वो व्यक्ति बिल्कुल ऊपर ही आ गया है”। लेकिन शिव अभी भी संगीत और काव्य की मस्ती में लीन थे। आखिरकार पार्वती उनको संगीत के रोमांच से बाहर लाने में सफल हुईं। और जब रावण शिखर तक पहुंच गया तो शिव ने उसे अपने पैर से धक्का मार कर नीचे गिरा दिया। रावण, कैलाश के दक्षिणी मुख से फिसलते हुए नीचे की ओर गिरा। ऐसा कहा जाता है कि उसका ड्रम उसके पीछे घिसट रहा था और जैसे-जैसे रावण नीचे जाता गया, उसका ड्रम पर्वत पर ऊपर से नीचे तक, एक लकीर खींचता हुआ गया।अगर आप कैलाश के दक्षिणी मुख को देखें तो आप बीच में से ऊपर से नीचे की तरफ आता एक निशान देख सकते हैं ।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
महादेव शिवको विचार गर्नाले मात्रै पनि सबै भ्रमहरू मेटिन्छन् ।
निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिन्धुरः
नवीनमेघमंडली निरुद्धदुर्धरस्फुर त्कुहुनिशीथनीतमः प्रबद्धबद्धकन्धरः।
जो कामदेव को मारने वाले हैं, जिन्होंने त्रिपुर का अंत किया,
जसले शक्तिशाली कामदेवलाई अग्निमा होमिदिनु भयो,
धिमिद्धिमिद्धिमिद्ध्वनन्मृदङ्गतुङ्गमङ्गल-
Comments on “Details, Fiction and shiv stotram”